Sunday 5 April 2015

Hesitation in love proposal........of poet

ये प्यार होता क्या है मेरे यार
क्यों आती हर पल उसकी याद। 
क्यों नहीं बोल पाता अपने दिल का हाल। 
जब मै जाता उसके पास,
शरीर  नहीं देती साथ ,हो जाता मैं बेहाल। एक अजीब सी डर कर जाती मुझे घर।
लगता हैं नहीं बोल पायुगा उसे अपने दिल की बात ,
वो मिले अकेले या किसी के  साथ ,पर आज भी हैं मुझे
उसका इन्तज़ार, की वो कभी  मिले मुझे एक बार।
पर ना हो कोई उसके साथ ताकी बता सकु ,
मैं उसे अपने दिल की बात
की कितना करता हुँ उस से प्यार
भगवान कृपया दो मुझ पर ध्यान ,
मिला दो मुझे उससे एक बार
ताकि बता सकु उसे दिल का हाल.
की कितना करता हुँ प्यार
नहीं जी पायुगा बिना उसके साथ
क्योंकि वो बन गयी हैं मेरी जान
जिसका नहीं हैं उसको ज्ञान।।।।   

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